अयोध्या । डॉक्युमेंट्री फिल्म 'काली' विवादास्पद को लेकर भारत में लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। अब बाबरी के पक्षकार इकबाल अंसारी ने ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इकबाल अंसारी ने कहा कि फिल्म में देवी देवताओं को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया जबकि उस जमाने में सिगरेट थी भी नहीं। इस तरीके से धार्मिक भावनाओं को जो लोग ठेस पहुंचा रहे हैं, वह ठीक नहीं है, ऐसे लोगों को फांसी और उम्रकैद जैसी सजा दी जानी चाहिए।
इतना ही नहीं बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि हम साधु-संतों का समर्थन करते हैं और सरकार से हम मांग करते हैं कि ऐसी गतिविधियां करने वाले लोगों का सर चौराहे पर काट देना चाहिए। इकबाल अंसारी ने कहा कि हम मुसलमान हैं लेकिन हिंदू देवी देवताओं का सम्मान करते हैं। इससे पहले बुधवार को अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी फिल्म की निंदा करते हुए इस पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है।  उन्होंने गृह मंत्री से मांग की है कि इस मामले पर कड़ी कार्रवाई की जाए। महंत राजू दास ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हिंदू देवी देवताओं के बारे में आस्था को चोट पहुंचाने वाले दृश्य फिल्माए जाएंगे तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।
फिल्म के निर्माता लीना मणिमेकलई ने 2 जुलाई को काली फिल्म का पोस्टर सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसमें मां काली को धुम्रपान करते हुए दिखाया गया। इसका लोगों ने जमकर विरोध किया और पोस्टर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया।  इस विवादित पोस्टर के सामने आने के बाद से ही लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है।