देश में 99% कारों में आग से बचाव के लिए जिस केमिकल का उपयोग हो रहा है उससे कार सवारों को कैंसर का खतरा है। NGT ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय सहित चार विभागों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है। इससे पहले केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) इन केमिकल के असर की जांच करने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया था कि उसके पास आवश्यक सुविधा नहीं है। व्यापक स्तर पर लोगों के स्वास्थ्य पर असर को देखते हुए NGT एक रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले पर सुनवाई कर रहा है। NGT के सामने यह जानकारी आई है कि सीट फोम और तापमान नियंत्रित रखने के लिए किए गए उपायों में इन केमिकल का उपयोग होता है। इससे लंबे समय तक कार में मौजूद रहने पर कार चालकों, खासतौर पर बच्चों को कैंसर होने का खतरा होता है।

आठ सप्ताह में देना होगा जवाब
NGT के चेयरमैन जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव, न्यायिक सदस्य जस्टिस अरूण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य डॉ. ए सेंथिल वेल ने आदेश कर आठ सप्ताह में सभी को इस प्रकरण में जवाब देने के लिए कहा है। CPCB और ICMR के अलावा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव, ऑटोमेटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रशासनिक प्रमुख, नेशनल ऑटोमेटिव टेस्टिंग एंड आरएंडडी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के प्रशासनिक प्रमुख और Bureau of Indian Standards BIS) के महानिदेशक नोटिस का जवाब अगली सुनवाई से पहले देना होगा।