ट्रंप ने मिसाइल डिफेंस सिस्टम आयरन डोम को लेकर उठाए अहम सवाल
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी कर रहे हैं। उनके आदेशों को दुनिया गौर से देख रही है। कुछ फैसले ऐसे हैं, जो काफी चर्चाओं में भी है।
इसी बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में आयरन डोम सिस्टम की तरह अगली पीढ़ी की मिसाइल रक्षा प्रणाली का निर्माण करने का आदेश दिया है। बता दें कि हमास की ओर से दागी गई मिसाइलों के हमले से बचने के लिए इजरायल आयरन डोम सिस्टम का इस्तेमाल करता आया है।
रिपोर्ट के अनुसार, अगली की पीढ़ी रक्षा कवच अमेरिका को बैलिस्टिक, हाइपरसोनिक, एडवांस क्रूज मिसाइलों और अन्य हवाई हमलों से बचाएगा।
अमेरिका को आयरन डोम की जरूरत: ट्रंप
अमेरिका के नए रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के पदभार ग्रहण के दिन रिपब्लिकन कांग्रेस की बैठक में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि इजरायल के पास आयरन डोम है। उनके पास मजबूत मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। इजरायल पर 342 मिसाइलें दागी गई थीं लेकिन इनमें से सिर्फ एक मिसाइल ही थोड़ी बहुत निशाने पर लगी थी। अन्य देशों के पास इस तरह का सिस्टम क्यों नहीं होना चाहिए और हमारे पास ऐसा
क्यों नहीं है?
ट्रंप ने आगे कहा कि हम हमारे देश के लिए ऐसा ही आयरन डोम बनाएंगे और ये सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी हमारे देश की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सके और हमारे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचा सके। हालांकि, ट्रंप ने यह नहीं बताया कि अमेरिका को किस देश से खतरा है। हालांकि, ट्रंप किस देश से कब पंगा ले लें, इसका अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल है।
क्या है आयरन डोम की खासियत?
आयरन डोम एक एयर डिफेंस सिस्टम है। इजरायली सेना का दावा है कि उसका 'आयरन डोम' सिस्टम दुश्मन की 90 फीसद मिसाइलों को हवा में ही ध्वस्त कर देता है। यह एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मन के ड्रोन को भी नेस्तनाबूंद कर देता है। इजरायली कंपनी राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने इस एयर डिफेंस सिस्टम को बनाया है। यह दिन-रात समेत किसी भी मौसम में मार करने में सक्षम है।
कैसे काम करता है आयरन डोम?
यह एक ग्राउंड-टू-एयर डिफेंस सिस्टम है, जो रडार और तामिर इंटरसेप्टर मिसाइलों से लैस है। रडार दुश्मन मिसाइलों की जानकारी देता है और बताता है कि मिसाइल या रॉकेट कहां गिर सकता है और यह कितनी दूर है। इसके बाद इंटरसेप्टर मिसाइलें अपना काम करती हैं और हवा में ही दुश्मन रॉकेट ध्वस्त कर दिए जाते हैं।