नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देशवासियों को बैसाखी की बधाई दी है। इन नेताओं ने इसको एकता, समृद्धि और नई शुरुआत का पर्व बताया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट में लिखा- वैशाखी, विषु, बोहाग बिहू, पोयला बोइशाख, मेषादी, वैशाखादि और पुतादुं पिरापु के शुभ अवसर पर मैं भारत और अन्य देशों में रह रहे सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। उन्होंने अपने संदेश में इन त्योहारों को सांस्कृतिक एकता और खुशी का प्रतीक बताया।
राष्ट्रपति ने आगे लिखा- देश के कई हिस्सों में फसल कटाई के समय मनाए जाने वाले ये पर्व हमारी सामाजिक परम्पराओं और विविधता में एकता के प्रतीक हैं। इन त्योहारों द्वारा हम अन्नदाताओं के प्रति कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करते हैं । ये पर्व हमें प्रकृति के संरक्षण और सांस्कृतिक विरासत का संदेश देते हैं। मैं कामना करती हूं कि ऊर्जा और उल्लास से भरपूर ये त्योहार हमें अपने राष्ट्र के विकास में दृढ संकल्प के साथ योगदान देने के लिए प्रेरित करें।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में लिखा- सभी देशवासियों को बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं। यह त्यौहार आपके जीवन में नई आशा, खुशियां और समृद्धि लेकर आए। हम हमेशा एकजुटता, कृतज्ञता और नवीनीकरण की भावना का जश्न मनाएं। वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने संदेश में बैसाखी, बोहाग बिहू, पुथांडु, पोइला बैसाख, बिजू और महा बिशुबा पाना संक्रांति के अवसर पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये त्योहार नए साल की शुरुआत का प्रतीक है और इनमें उम्मीद, नई शुरुआत और समृद्धि का वादा छिपा है। उन्होंने कामना की कि ये पर्व देश में खुशी, समृद्धि और आपसी भाईचारे को और मजबूत करेंगे।
ये सभी त्योहार देश के कई हिस्सों में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ मनाए जाते हैं। बैसाखी जहां पंजाब में सिख समुदाय का प्रमुख पर्व है, वहीं बोहाग बिहू असम में, पुथांडु तमिलनाडु में और पोइला बैसाख पश्चिम बंगाल में नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। विषु केरल में और मेषादी कर्नाटक में धूमधाम से मनाया जाता है। इन त्योहारों में लोग नए कपड़े पहनते हैं, स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ उत्सव मनाते हैं। बाजारों में रौनक है और लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देकर खुशियां बांट रहे हैं।