नई दिल्ली । सिंगल यूज प्लास्टिक पर एक जुलाई 2022 से देश भर में लगने जा रहे प्रतिबंध की तैयारियों के बीच सेंटर फार साइंस एंड एन्वायरमेंट की 'स्टेट आफ इंडियाज एन्वायरमेंट रिपोर्ट 2022' चौंकाने वाले तथ्य सामने रखती है। प्लास्टिक निर्भरता को देखते हुए यह प्रतिबंध लगाना इतना आसान नहीं होगा। वह भी तब जब इसका कोई व्यावहारिक विकल्प नहीं खोजा सका है। रिपोर्ट में दिए गए रोजाना निकलने वाले प्लास्टिक कचरे के आंकड़े इस पर शहरों की निर्भरता को बखूबी बयां करते हैं। महानगरों की स्थिति तो और भी खराब है।

भारत में हर रोज 25 हजार 950 टन प्लास्टिक कचरा निकलता है। वायु प्रदूषण के साथ-साथ दिल्ली इस मामले में भी पहले नंबर पर है जहां रोजाना 689.8 टन प्लास्टिक कचरा निकल रहा है। कोलकाता दूसरे जबकि चेन्नई तीसरे नंबर पर है। यहां रोज क्रमश: 429.5 और 429.4 टन प्लास्टिक कचरा निकलता है।