साइबर जालसाजों ने क्रिप्टो करेंसी खरीदने और बेचने के नाम पर एक कंपनी के अधिकारी से 61 लाख रुपये की ठगी कर ली। जालसाजों ने एक वेबसाइट के माध्यम से निवेश करने के बहाने ठगी की वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में जब पीड़ित को ठगी की आशंका हुई तब उन्होंने पुलिस से शिकायत की। नोएडा साइबर क्राइम थाने में इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की जांच की जा रही है।

फोन कॉल से शुरू हुआ धोखाधड़ी का खेल
सेक्टर 116 में रहने वाले विवेक भारद्वाज नोएडा की एक निजी कंपनी में अधिकारी हैं और उनके पिता रिटायर्ड पुलिस अधिकारी हैं। विवेक के पास 10 जून 2024 को एक नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने क्रिप्टो करेंसी के कारोबार से जुड़े होने का दावा किया और झांसे में ले लिया। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित से कई दिनों तक बातचीत की और क्रिप्टो करेंसी की खरीद और बिक्री में लाखों का मुनाफा होने का झांसा दिया। 

नोएडा साइबर थाने में दर्ज हुआ मामला
इसके बाद पीड़ित को एक वेबसाइट के माध्यम से जोड़ दिया गया और उसमें निवेश करने पर फर्जी लाभ दिखाया गया। कुछ दिनों तक बातचीत होने के बाद पीड़ित ने आरोपियों के कहने पर अलग-अलग खातों में 61 लाख 35 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिया। इस दौरान वेबसाइट पर निवेश की रकम के साथ मोटा मुनाफा दिखाया जा रहा था। जब पीड़ित ने पैसे निकालने के लिए आरोपियों से संपर्क किया तो जालसाजों ने संपर्क तोड़ लिया। तब जाकर पीड़ित को साइबर ठगी का एहसास हुआ और गृह मंत्रालय के पोर्टल पर जाकर शिकायत की। अब इस मामले में नोएडा साइबर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। नोएडा साइबर क्राइम की टीम उन खातों के बारे में पता लग रही है जिन खातों में रकम ट्रांसफर कराई गई थी।