दिल्ली CM रेखा गुप्ता ने 100 दिन की समीक्षा शुरू की, मंत्रियों से मांगी कार्य प्रगति रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली में नवगठित बीजेपी सरकार इसी महीने के अंत में शासन के सौ दिन पूरे करने जा रही है. फरवरी माह में चुनाव नतीजे आने के बाद जब बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिली, तभी सरकार बनने से पहले ही सौ दिन के एजेंडे पर काम करने की सभी को सूचना दे दी गई थी. 20 फरवरी को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने मंत्रिमंडल के साथ नई सरकार में पद व गोपनीयता की शपथ ली थी. अब सरकार के सौ दिन पूरे होने वाले हैं तो मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंत्रियों से अब तक उनके द्वारा किए गए कार्यों पर रिपोर्ट मांगी है.
उधर, बीजेपी के वरिष्ठ नेतृत्व ने मंत्रियों के प्रदर्शन के बारे में पार्टी की राज्य इकाई से जानकारी मांगी है. दिल्ली सरकार 30 या 31 मई को अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने का जश्न मनाने के लिए एक समारोह आयोजित कर सकती है. साथ ही दिल्ली की जनता को अपने कामों का रिपोर्ट कार्ड भी पेश कर सकती है.
घोषणापत्र के अनुरूप 100 दिवसीय कार्ययोजना: फरवरी में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने एक घोषणापत्र जारी किया था, जिसमें समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखकर कई नई योजनाएं और परियोजनाएं शुरू करने का वादा किया था. 8 फरवरी को चुनाव नतीजे में बीजेपी की जीत के बाद, चुनावी घोषणापत्र के अनुसार काम करना सरकार के सामने बड़ी चुनौती थी. इसके लिए मुख्य सचिव के निर्देश पर योजना की तैयारी शुरू कर दी गई थी. नई सरकार के विकसित दिल्ली संकल्प पत्र 2025 घोषणापत्र के अनुरूप 100 दिवसीय कार्ययोजना तैयार की गई. सरकार बनाने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सभी विभागों और राज्य एजेंसियों से अगले 100 दिन, छह महीने, नौ महीने और एक साल में किए जाने वाले कार्यों की योजना प्रस्तुत करने को कहा था.
100 दिनों के भीतर इन मुद्दों पर किया काम: रेखा सरकार ने अपने कार्यकाल के तीन महीने पूरे कर लिए हैं, मंत्रियों ने अपने विभागों में शुरू की गई सभी परियोजनाओं का दस्तावेज तैयार करना शुरू कर दिया है, साथ ही उपलब्धियों की समय सीमा का भी जिक्र किया गया है. मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों से उन योजनाओं का खासतौर से रिपोर्ट देने को कहा है जिसके नतीजे आमलोगों को सीधे तौर पर दिखाकर बताया जा सके. परिणाम दिखाने के लिए अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों के भीतर जिन मुद्दों को निपटाने का वादा किया था, उनमें आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरूआत, यमुना की सफाई, मानसून से पहले नालों की सफाई और सीवरों की सफाई, शहर की गलियों और कोनों से कचरा हटाने के लिए बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान और सड़कों की मरम्मत शामिल हैं.
100 दिन पूरे होने का जश्न: दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री के करीबी की मानें तो नई सरकार में 100 दिनों के लिए तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए स्टेटस रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी जा रही है. रिपोर्ट में इसका विस्तार से उल्लेख किया है. इसी तरह अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं और लोगों हितों के लिए कई नीतिगत फैसले लिए हैं. उन सभी पहलों का भी रिपोर्ट में उल्लेख किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार 30 या 31 मई को अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने का जश्न मनाने के लिए एक समारोह आयोजित कर सकती है और दिल्ली की जनता को अपने कामों का रिपोर्ट कार्ड पेश कर सकती है. इसके साथ ही सरकार अगले साल के लिए रोडमैप जनता के साथ साझा करने के अलावा कुछ बड़ी घोषणाएं भी कर सकती है.
उधर, बीजेपी का कहना है कि दिल्ली सरकार द्वारा किए गए कार्यों की एक रिपोर्ट, सरकार के प्रदर्शन और उनकी अपेक्षाओं पर जनता से मिली प्रतिक्रिया पर एक रिपोर्ट पार्टी की राज्य इकाई द्वारा तैयार की जा रही है, जिसे पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को भेजा जाएगा.
27 साल बाद मिला बीजेपी को पूर्ण बहुमत: बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आने के बाद बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिली है, नई सरकार के गठन और कामकाज संभालने से पहले ही दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव धर्मेंद्र कुमार ने सभी विभागों के अधिकारियों को 100 दिनों के कामकाज का एजेंडा तैयार करने के आदेश दिए थे. दिल्ली सरकार के पूर्व मुख्य सचिव ओमेश सहगल बताते हैं कि कोई भी नई सरकार जब काम का संभालती है तो सबसे पहले सरकारी खजाने को ही देखा जाता है. दिल्ली में पहले विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर में होते थे. तब उसके बाद नई सरकार को नए वित्त वर्ष के लिए बजट तैयार करने का समय मिल जाता था. मगर वर्ष 2014 में दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा था. जिसके बाद से विधानसभा चुनाव फरवरी में होने लगे. नई सरकार के गठन होने के बाद विधानसभा में बीजेपी सरकार ने एक लाख करोड़ का दिल्ली का बजट पेश किया है, इसलिए इस सरकार से दिल्ली की जनता की ढेरों उम्मीदें हैं.