नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में इन दिनों आम आदमी की जेब पर प्याज बोझ बन गई है। तेजी से प्याज की कीमतों में इजाफा हो रहा है। कई जगहों पर प्याज 75 रुपये किलो तक बिक रहा है। इस बीच प्याज की कीमतों को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक दूसरे पर निशाना साधती हुई दिख रही हैं। जब बीजेपी ने दिल्ली सरकार से प्याज की कीमतों पर सवाल किया तो वो समाधान खोजने की बजाय उनपर ही आरोप लगाती दिखी। प्याज पर जमकर राजनीति हो रही है, लेकिन कैसे इसकी कीमत कम की जाए, इसपर कोई विचार होता नहीं दिख रहा। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर दिल्ली सरकार को घेरा है। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार में महंगाई लगातार बढ़ रही है और लोग परेशान हैं। कुछ ही दिनों में दिल्ली में प्याज के कीमतों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। प्याज लोगों को अब 75 रुपये/किलो के भाव से मिल रहा है। प्याज की कीमतों में इतना अधिक इजाफा हुआ है कि केंद्र सरकार को सामने आना पड़ा। केंद्र सरकार प्याज 35 रुपये/किलो के हिसाब से लोगों को उपलब्ध करा रही है। सचदेवा के अनुसार आजादपुर थोक मंडी में प्याज 35 से 45 रुपये/किलो के हिसाब से बिक रहा है। 20 अगस्त तक प्याज 15 से 20 रुपये/किलो की दर से थोक मंडियों में उपलब्ध था। दिल्ली के खुदरा बाजारों में प्याज 20 से 30 रुपये/किलो बिक रहा था। लेकिन, दिल्ली सरकार के पास बैकअप सुविधा न होने के कारण प्याज का स्टॉक नहीं है, जिससे थोक मंडी से लेकर खुदरा बाजारों तक प्याज तीन गुना महंगा हो गया है। दूसरे राज्यों में कोल्ड स्टोरेज में बड़े स्टॉक में प्याज है। दिल्ली सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण के लिए कोई कोशिश भी नहीं कर रही है।