इस तवायफ का प्यार पाने के लिए तड़पता रहा था औरंगजेब
नई दिल्ली। मुगल बादशाह औरंगजेब का नाम इस समय सुर्खियों में है। इसी बीच आज हम आपको उनके अधूरे प्यार के बारे में बताने जा रहे हैं। औरंगजेब ने अपनी जिंदगी में दो बार शिद्दत से मोहब्बत की, लेकिन औरंगजेब को इनमें से एक का भी प्यार नहीं मिला। पहली बार उन्हें हीराबाई जैनाबादी से प्यार हुआ था और दूसरी बार उनका दिल तवायफ राणा गुल पर आया था, जिसने औरंगजेब के प्यार को हर बार ठुकराया। इस समय मुगल बादशाह औरंगजेब चर्चा में है। उनकी मोहब्बत के किस्से भी जबरदस्त हैं। औरंगजेब ने दो बार टूटकर मोहब्बत की, लेकिन उनकी किस्मत में दोनों में से एक भी प्यार नहीं था। औरंगजेब का दिल दोनों बार तवायफों पर आया। पहली बार उन्हें अपनी जवानी में हीराबाई जैनाबादी से प्यार हुआ था, जिसके वह पहली नजर में ही दीवाने हो गए थे और दूसरी बार तवायफ राणा गुल से हुआ, जो शाहजहां के दरबार में महफिल सजाती थी। राणा गुल हिंदू थी, जो अपने धर्म को लेकर काफी कट्टर थी। वह संस्कृत की जानकार और प्रखर, तार्किक थी। जब वह शाहजहां के दरबार में महफिल सजाती तो लोग उनके दीवाने हो जाते थे। औरंगजेब को दूसरी बार इसी राणा गुल से प्यार हुआ था। औरंगजेब राणा गुल को अपनी रानी बनाना चाहते थे, लेकिन औरंगजेब के सबसे बड़े भाई दारा शिकोह भी राणा की मोहब्बत में गिरफ्तार थे। राणा गुल भी दारा शिकोह से प्यार करती थी। दोनों का प्यार वक्त के साथ बढ़ता चला गया। औरंगजेब के पिता शाहजहां ने दारा शिकोह और राणा गुल को अलग करने के लिए हर जतन किया। उन्होंने दारा शिकोह को दिल्ली से बाहर भेजने की भी कोशिश की, लेकिन दोनों अलग नहीं हुए। इसके बाद हारकर शाहजहां ने दारा शिकोह का राणा गुल से निकाह करा दिया। ऐसे में औरंगजेब का दिल टूट गया था। फिर कुछ ही दिन बाद औरंगजेब ने अपने ही बड़े भाई की हत्या करा दी।