लखनऊ। यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की जुबानी जंग तेज हो गई है। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। जिससे सियासी पारा लगातार चढ़ रहा है। इसके बीच हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं मुलायम सिंह यादव की बहू अर्पणा यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने करहल से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि यह सवाल क्यों उठाया जा रहा है। पार्टी तय करेगी कि मुझे क्या करना है। अर्पणा यादव ने कहा कि वह फिलहाल जिस भूमिका में हैं वही बेहतर है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मैनपुरी के करहल विधानसभा सीट से प्रत्याशी हैं। ऐसा पहली बार है जब अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
पार्टी में शामिल होने के बाद से अर्पणा ने भाजपा की तारीफोंके पुल बांधना भी शुरू कर दिया है। अर्पणा का कहना है कि यदि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत मिलती है तो यह राज्य के विकास के लिए बेहतर होगा। भाजपा के जीतने पर गरीबों का उत्थान होगा और महिलाएं सुरक्षित होंगी। इसके अलावा ‘सबका साथ, ​सबका विकास, सबका विश्वास’ का नारा भी पूरा होगा।’ प्रदेश बीजेपी मुख्यालय पर विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले मौलाना तौकीर रजा की बहू निदा खान ने भाजपा की सदस्यता ले ली। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो भाजपा के काम से काफी प्रभावित थी इसलिए उन्होंने बीजेपी जॉइन किया है। तीन तलाक के मामले जैसा काम किया वो सराहनीय है। मेरे ससुर चाहे जो कहे ये मेरा व्यक्तिगत फैसला था। मुस्लिम महिलाएं निश्चित तौर पर बीजेपी का समर्थन करेंगी। निदा के अलावा सपा, बसपा और कांग्रेस छोड़कर आए 21 नेताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ली। ज्वाइनिंग कमेटी के चेयरमैन लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कई लोगों को सदस्यता ग्रहण कराई।