नई दिल्ली पुरानी सीमापुरी में घर में मिले आइईडी में भी अमोनियम नाइट्रेट और आरडीएक्स का मिश्रण होने का पता चला है। गाजीपुर फूल मंडी के गेट पर काले रंग के बैग में मिले आइईडी को जैसे बनाया गया था, सीमापुरी में मिला आइईडी भी उसी तरह से बना हुआ मिला है। गाजीपुर में मिले आइईडी में आरडीएक्स की मात्र अधिक थी, जिससे निष्क्रिय करने के दौरान बहुत तेज धमाका हुआ था।

वहीं, सीमापुरी में मिले आइईडी में आरडीएक्स की मात्र कम थी, जिससे निष्क्रिय करने के दौरान धमाका तेज नहीं हुआ। अमोनियम नाइट्रेट और आरडीएक्स का मिश्रण, टाइमर, डेटोनेटर, बैट्री, तार, स्वीच, लोहे की कीलें और चुंबक के टुकड़े आदि दोनों आइईडी में एक जैसे पाए गए हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि हो सकता है दोनों आइईडी एक ही समय में कहीं पर तैयार किए गए हों। अंदेशा है कि गाजीपुर में आइईडी के नहीं फटने पर सीमापुरी में मिले आइईडी को संदिग्धों ने शायद जानबूझकर अन्य जगहों पर ब्लास्ट के लिए इस्तेमाल नहीं किया। इसके पीछे उनकी यह मंशा हो सकती है कि कहीं उनका लक्ष्य भी पूरा न हो पाए और वे जांच एजेंसियों के रडार पर आ जाएं।